Sunday, April 12, 2020

मेरा पैगाम, देश के नाम।


एक बीमारी बड़ रही आगे,
नाम सुनते सभी दूर भागे,
COVID -19 है वो कहलाती,
नहीं देखती वो धर्म और जाती।

आओ मिलकर हाथ बड़ाओ,
देश को अपने सक्षम बनाओ,
साथ बड़ाओ अपने कदम,
संग सभी तो जीतेंगे हम।

भारत देश हमारा प्यारा,
कोरोना के प्रकोंप का है मारा,
ज़ोर देकर सोचो सभी,
‘सोशल डिस्टन्सिंग’ करनी होगी अभी।

कोरोना ने देश को भी बनाया है अपना घर,
खासने, छिंकने और छूने से फैला मगर,
आज हज़ारों देश वासी है इसका शिकार,
लॉकडॉन रखने से ही है इसका उपचार।

अन्न है हम सभी को खाना,
गंदे हाथों से बीमारी को क्यों साथ ले जाना,
संक्रमण की दरें कम होंगे तभी,
जब हाथ धोके खायेंगे सभी।

बच्चों - बड़ों को भी यही समझाना,
सरकार के निर्देशनों को ज़रूर निभाना,
बनेंगे भारत के भविष्य तभी,
जब मास्क पहन कर बचेंगे अभी।

डॉक्टर- नर्स- पुलिस- सफाई कर्मी साथ हैं,
बस कुछ समय की और बात है,
कोरोना का प्रकोंप होगा कम्,
प्रगति की राह पर होंगे हम।

सेहत का पैग़ाम फैलाना है हम सभी का धर्म,
इस जंग में साथ देके तुम करो अच्छे कर्म,
ये पाठ याद रख इंसान, बने तो इंसान बन फिर चाहे,
डॉक्टर को मत बना भगवान,
डॉक्टर को मत बना भगवान !

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